Bukhar Ki Dua । बुखार की दुआ हिंदी इंग्लिश और अरबी में

आज़ यहां पर आप एक बहुत ही बरकत, रहमत और शिफा से भरी दुआ यानी कि Bukhar Ki Dua जानेंगे जो बहुत ही आला दुआ है।

हम सभी को बुखार आने पे इस दुआ को यकीन के साथ पढ़ना चाहिए जिसे हम अपनी बुखार की तपिश से जल्द से जल्द राहत पा सकें।

इसीलिए आप यहां पर ध्यान से पढ़ कर याद रख लें ताकि बुखार आने पर जल्द पढ़ सकें और इसकी रहमत व बरकत से आराम पा सकें।

Bukhar Ki Dua

हमने यहां पर बुखार की दुआ हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश के बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में भी लिखा है।

जिसे आप अपने मुताबिक़ सही और आसान भाषा का चयन कर पढ़ सकें और फिर इसके बाद कहीं पर दोबारा देखना ना पड़े।

Bukhar Ki Dua In Hindi
Bukhar Ki Dua

Bukhar Ki Dua In Hindi

बिस्मिल्लाहील कबिर अउजुबिल्लाहिल अज़िम मिन शर्रि कुल्लि अर्किन ना-आरिन व मिन शर्रि हर्रिन्नार

Read Here: Zam Zam Peene Ki Dua

Bukhar Ki Dua In Arabic

بِسْمِ اللَّهِ الْكَبِيرِ اَعُوْذُ بِاللّٰهِ الْعَظِيْمِ مِنْ شَرِّ كُلِّ عَرْقٍ نَعَّارٍ وَمِنْ شَرِّ حَرِّ النَّار

Bukhar Ki Dua In English

Bismillaaheel Kabeer Aujoobilaaheel Azeem Min Sharree Qulli Arkeen Naa-Areen Wa Min Sharree Harrinnaar

Bukhar Ki Dua Ka Tarjuma

किब्रियाई वाले अल्लाह पाक के नाम से मैं हर जोश मारने वाली रग की बुराई से और आग की तपिश की शर से, अजमत वाले रब की पनाह चाहता हूं

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप बुखार उतारने की दुआ से रूबरू हुए लेकिन क्या आप जानते हैं कि बुखार आने के भी कुछ बेहतरीन फायदे हैं।

बुखार के कुछ ख़ास फ़ायदे

  • अल्लाह पाक की तरफ़ से आने वाली हर आजमाईश पर रिजाए इलाही के लिए सब्र करना चाहिए।
  • ऐसा इसलिए क्यूंकि बारहा जिस्मानी बीमारियां रहमते खुदावंदी का सबब हुआ करती है।
  • बुखार होने से गुनाह ठीक उसी तरह से ख़त्म होती है जैसे भट्ठी लोहे से जंग हटा देती है।
  • हदीस ए मुबारक में बुखार के बारे में फ़रमाया गया है कि बुखार में फौत होने वाला शहीद है।
  • जब तक कोई बुखार में मुब्तला रहता है उसकी रग फड़कने के बदले में नेकियां मिलती रहती है।
  • एक रात किसी को बुखार रहा तो वो गुनाह से ऐसा हो जाता है जैसे उस दिन ही वो जना यानी पैदा हुआ हो।
  • बुखार हर आशिक ए रसूल की गुनाह इस तरह मिटा देता है जिस तरह दरख़्त अपने पत्तों को गिराती है।

Refrenced: Sunnah Bukhari 5723

अंतिम लफ्ज़

अब तक तो आप भी इस खुबसूरत दुआ यानी बुखार की दुआ पढ़ कर समझ गए होंगे और बुखार आने पर इसे पढ़ कर जरूर शिफा पाएंगे।

हमने यहां पर दुआ के साथ साथ तमाम बातें बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में लिखा था जिसे आपकी इल्म में और भी इज़ाफा हो।

अगर आपने पूरा लेख ध्यान से पढ़ा होगा तो बहुत बातें सीखने को मिली होगी अगर पढ़ने या समझने में दिक्कत हुई हो तो आप हमसे कॉन्टेक्ट अस पेज के ज़रिए जरूर पूछें।

My name is Shah Noor and I'm the Editor and Writer of Dinomes. I'm a Sunni Muslim From Jannatabad, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

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