आज़ यहां पर आप एक बहुत ही ज़रूरी और मगफिरत भरी Janaze Ki Dua जानेंगे जो हम सभी मोमिनों के लिए बहुत ही ज़रूरी है।
हम सब को इस ज़िंदगी से एक न एक दिन रूखसत पाना है और हम सभी से यहां पर जाने अंजाने में गलती हो जाती है।
ऐसे में हम जिनकी भी जनाज़े में शामिल हों वहां पर जनाज़े की दुआ पढ़ कर उनकी मगफिरत ज़रूर कराएं इसीलिए आप यहां ध्यान से पढ़ें और याद रख लें।
Janaze Ki Dua
हमने यहां पर बालिग मर्द व औरत के लिए जनाज़े की दुआ और नाबालिक लड़की और नाबालिक लड़के की जनाज़े की दुआ अलग अलग बताई है।
जिसे आप जनाज़े के मुताबिक़ सही दुआ पढ़ कर मगफिरत करा सकें और साथ ही अपने नामए आमाल में खूब नेकियों का इज़ाफा करें।
Baligh Mard Wa Aurat Ki Janaze Ki Dua
अल्लाहुम्मा मगफिरलि हैयिना व मैयितिना व शाहिदिना व गाइबिना सगीरिना व कबीरिना व ज क रिना व उनसाना अल्लाहुम्मा मन अहयैतहू मिन्ना फअह् यही अलल इस्लामी व मन तवफ्फैतहू मिन्ना फतवफ्फहू अलल ईमान
Allahumma Magfeerli Hayyeena Wa Mayyetina Wa Shaahidinaa Wa Gaaibeena Sagireena Wa Kabireena Wa Ja’Ka Reena Wa Unsana Allahumma Mana Ahayaitahoo Minna Fa’aha Yahee Alal Islami Wa Man Tawaffaitahoo Minna Fatawaffahoo Alal eiman.
Nabalig Ladke Ki Janaze Ki Dua
अल्लाहुम्मज्अल्हु लना फरतौं वज्अल्हुलना अज्रौं व जख्रौं वज्अल्हु लना शाफिऔं व मुशफ्फआ
Allahumma Ja’alahoo Lanaa Fartaun Waja’alhulna Ajrau’n Wa Jakhrau’n Waja’alhoo Lanaa Shaafiau’n Wa Mushaffaaa.
Nabalig Ladki Ki Janaze Ki Dua
अल्लाहुम्मजअल्हा लना फरतौं वजअल्हा लना अज्रौं व जुख्रौं वजअल्हा लना शा फिअतौं व मुशफ्फअत
Allahumma Ja’alahaa Lanna Fartaun Waja’alhalna Ajrau’n Wa Jukhrau’n Wa Ja’alhaa Lanaa Shaafiatau’n Wa Mushaffa’at.
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जनाजे की दुआ कैसे पढ़ी जाती है?
ये तो शायद आप भी जानते ही होंगे कि जनाज़े की दुआ को जनाज़े की नमाज़ में ही पढ़ी जाती है जब आप सना और दरूद ए पाक पढ़ लें तो।
इस तरह से समझें नियत बांधने के बाद सबसे पहले जनाज़े की नमाज़ की सना पढ़ें फिर अल्लाहु अकबर कहने पर दुरूदे इब्राहिम पढ़ें।
अबकी बार यानि तीसरी दफा अल्लाहु अकबर कहने पर आप इस दुआ को जनाज़े की मुताबिक़ दुआ को पढ़ें यह तरीका है जनाज़े की दुआ पढ़ने का।
यहां पर भी इस बात का ख्याल रखें कि बालिग मर्द व औरत के लिए उपर में लिखी दुआ पढ़ने के लिए कहा गया है।
अगर जनाज़ा नाबालिग बच्चा या नाबालिग बच्ची की है तो उसे भी हमने अलग अलग बताया है तो आप इन बातों का ख्याल रखें।
अंतिम लफ्ज़
अब तक तो आप भी जनाज़े की दुआ पढ़ और समझ कर अपने जेहन में बसा लिए होंगे और जनाजे में इस दुआ को जरूर पढ़ेंगे।
इस दुआ के साथ साथ आप अपने जानिब से भी उनके हक में दुआ करें जिसे उनकी गुनाह खत्म हो जाए और कब्र की आग से और जहन्नम से निजात पाए।
हमने यहां पर सभी बातों को बहुत ही साफ़ और आसान शब्दों में लिखा था जिसे आप आसानी से पढ़ कर समझ जाएं कोई सवाल या डाउट हो तो आप हमसे कॉन्टेक्ट अस के ज़रिए जरूर पूछें।
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