Wazu Ke Baad Ki Dua । वजू के बाद की दुआ हिंदी, अरबी और इंग्लिश में

हम सभी नमाज़, कुरान पढ़ने के लिए और हर नेक व जायज़ इबादत के लिए वजू करते हैं जिसे हमें हमारी इबादत बारगाह ए इलाही में कबूल हो।

लेकिन अगर हम वजू करने के बाद Wazu Ke Baad Ki Dua पढ़ते हैं तो इबादत की सवाब के साथ साथ इस दुआ को पढ़ने का भी बेहतरीन सवाब हासिल होगा।

इसीलिए आप यहां पर दुआ को ध्यान से पढ़ें और अपने जेहन में भी बसा लें और हमेशा वजू के बाद इस दुआ को पढ़ कर खूब रहमत व बरकत हासिल करें।

Wazu Ke Baad Ki Dua

यहां पर वजू के बाद की दुआ हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश के बहुत ही आसान और साफ़ लफ्ज़ों में लिखा गया है।

जिसे आप अपने पसंद के मुताबिक़ लैंग्वेज में आसानी से और सही से पढ़ सकें जिसे आपको फिर कहीं वजू के बाद की दुआ देखना ना पड़े।

Wazu Ke Baad Ki Dua In Hindi
Wazu Ke Baad Ki Dua

Wazu Ke Baad Ki Dua In Hindi

अल्लाहुम् मजअल्नी मिनत्तव्वाबीना वजअलनी मिनल मुततह् हिरिन

Wazu Ke Baad Ki Dua In Arabic

اللّهُـمَّ اجْعَلنـي مِنَ التَّـوّابينَ وَاجْعَـلْني مِنَ المتَطَهّـرين

Wazu Ke Baad Ki Dua In English

Allahumma Maz’alni Minnat – Tawwabina Waz’alni Minal Mutatahhireen

Wazu Ke Baad Ki Dua Ka Tarjuma

ऐ अल्लाह तू मुझे तौबा करने वालों और पाक लोगों में कर दे

वजू के बाद की दुआ की फजीलत

  • इस दुआ को पढ़ने से और सही से वजू करने से हमारा गुनाह मिटता है।
  • क्योंकी इसकी दुआ का तर्जुमा है ऐ अल्लाह तू मुझे तौबा करने वालों में कर दे।
  • वजू के बाद की दुआ की बेहतरीन फजीलत यह भी है कि हमें गुनाहों से निजात तो मिलती है।
  • जिसे हम सब रब के पाक बंदे में शरीक हो जाते हैं और नामाए आमाल में नेकियां जोड़ी जाती है।
  • क्योंकि हर दुआ को पढ़ने का सवाब हमारा रब अल्लाह तआला देता है।
  • वजू करने के बाद की दुआ इस लिए भी खास है क्योंकि जब हम पूरी तरह पाक व साफ रहते हैं।
  • तो हमारी दुआ अल्लाह की बारगाह में कुबूल होने की उम्मीद काफ़ी रहती है।

अंतिम लफ्ज़

हमने यहां पर वजू के बाद की दुआ के साथ साथ और भी कई सारे बेहतरीन बातें बहुत ही आसान और साफ़ शब्दों में बताया जिसे आप आसानी से समझ जाएं।

अगर इसके बाद भी वजू के बाद की दुआ से सम्बन्धित कोई सवाल या फिर पढ़ कर कुछ समझ न आई हो तो अपना डाउट कॉन्टेक्ट अस के ज़रिए ज़रूर पूछें।

My name is Shah Noor and I'm the Editor and Writer of Dinomes. I'm a Sunni Muslim From Jannatabad, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

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