आज यहां पर आप एक बहुत ही ख़ास अफजल बरकत व रहमत भरी दुआ यानी कि Kisi Musibat Zada Ko Dekhne Ki Dua बहुत साफ़ और आसान लफ्ज़ों में जानेंगे।
इस दुआ को आप किसी भी मुसीबत जदा शख्स को देखने के बाद सही और साफ़ नियत से पढ़ेंगे इस बात को जरुर ख्याल रखिएगा।
इसके बहुत सारे अच्छे और स्ट्रॉन्ग रीज़न हैं जो आप नीचे जानेंगे इसीलिए आप यहां पर दुआ के साथ साथ पूरा पैग़ाम को ध्यान से पढ़ें।
Kisi Musibat Zada Ko Dekhne Ki Dua
हमने यहां पर किसी भी मुसीबत में पड़े शख्स को देखने पर पढ़ने की दुआ को हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी बताया है।
जिसे आप अपने मुताबिक़ सही और आसान शब्दों में इस दुआ को सही सही आसानी से पढ़ और समझ सकें ताकि फिर कहीं देखना ना पड़े।
Kisi Musibat Zada Ko Dekhne Ki Dua In Hindi
अल्हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी आफ़ानी मिम्मब्तला-क बिही व फ़ज़्ज़-ल-नी अला क-सी रिम मिम्मन ख़-ल-क़ तफ़्ज़ीला
Kisi Musibat Zada Ko Dekhne Ki Dua In Arabic
اَلْحَمْدُ لِلّٰہِ الَّذِي عَافَانِي مِمَّا ابْتَلَاكَ بِهٖ وَفَضَّلَنِي عَلٰی كَثِيرِ مِمَّنْ خَلَقَ تَفْضِيلَاً
Kisi Musibat Zada Ko Dekhne Ki Dua In English
Alhamdu Lillahillazi Aafani Mimmabtla-Ka Beehi Wa Fazzalani Ala Qasi Reem Meemman Kha-la-ka Tafzila
Kisi Musibat Zada Ko Dekhne Ki Dua Ka Tarjuma
अल्लाह अजवाजल का शुक्र है जिसने मुझे इस मुसीबत से आफियत दी जिस में तुझे मुब्तला किया और मुझे अपनी बहुत से मखलूक पर फजीलत दी
किसी मुसीबत जदा को देखने की दुआ पढ़ने की फजीलत
यह तो आप भी जानते ही होंगे कि दुआ का मतलब बुलाना पुकारना या मांगना भी होता है हमारी इस खुबसूरत मज़हब की अज़ीम शान है।
हमारे पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के अनुसार एक हदीस के मुताबिक दुआ इबादत का सार है।
हम में से कोई जब सच्चे दिल से अल्लाह से दुआ करता है तो इससे उसका विश्वास और ईमान भी मजबूत होता है।
इसी तरह जब आप किसी परेशान मुसीबत जदा को देखकर इस दुआ को पढ़ेंगे तो अल्लाह उसके साथ साथ आप पर भी रहम फरमाएगा।
हमारे मज़हब में दुआ और नमाज़ बहुत ही पॉवरफुल और इफेक्टिव होता है यह किसी भी जगह या समय पर अल्लाह के साथ होने का एहसास कराता है।
हम सभी लोग दिन और रात अपने अल्लाह को पुकारते हैं और इसका जिक्र कुरान ए पाक में भी है कि हर चीज़ के लिए अल्लाह को पुकारो।
क्योंकि हमारी अनिश्चितताओं, उम्मीदों, सपनों और हर तरीके का ख्वाहिश और डर का समाधान सिर्फ और सिर्फ अल्लाह के पास है।
इसे न कि सिर्फ हमारी संबंध मजबूत होती है बल्कि उम्मीद और विश्वास का भी बढ़ावा होता है इससे हमें आशा मिलती है।
हम सभी को हर अच्छी अमल के साथ साथ दुआएं भी याद होनी चाहिए अगर आपको यह दुआ मुसीबत जदा को देखकर पढ़ने की दुआ याद होगी तो।
यह न केवल उनको मुसीबत से आफियत मिलेगी इसके साथ साथ आपको भी इसका फ़ायदा हासिल होगा और आप अपने को भी खुश पाएंगे।
अंतिम लफ्ज़
अब तक तो आप भी आसानी से मुसीबत जदा को देख कर पढ़ने की दुआ को सही से पढ़ और समझ कर पढ़ना सीख गए होंगे और अब आसानी से किसी को मुसीबत में देखने पर जरूर पढ़ेंगे।
हमने यहां पर दुआ के साथ साथ और भी कई सारी अच्छी बातें बताई थी जिसे आप आसानी से पढ़ और समझ सकें अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल या डाउट हो तो आप हमसे कॉन्टेक्ट मि के ज़रिए जरूर पूछें।
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